Posted on: 12/3/2019 9:07:18 AM, by admin
. मनोज कुमार साल उन्नीस सौ चौरासी.. 2-3 दिसम्बर की दरम्यानी रात.. भोपाल के बाशिंदों के लिए यह कयामत की रात थी.. जिन्होंने कयामत शब्द सुना है.. उन्होंने उस दिन महसूस भी किया होगा.. कि कयामत किस
Watch Now
|
Posted on: 9/14/2019 8:45:23 AM, by admin
मनोज कुमार वरिष्ठ पत्रकार
सितम्बर के आने की आहट के साथ ही हम हिन्दीमय हो जाते हैं। चारों तरफ हिन्दी दिवस, पखवाड़ा और महीना मनाये जाने का अनवरत सिलसिला जारी हो जाता है। सितम्बर माह ब
Watch Now
|
Posted on: 7/23/2019 9:19:29 AM, by admin
देवालय जाना हो तो ‘आजाद’ का देवालय जाइए -मनोज कुमार वरिष्ठ पत्रकार तारीखों के पन्ने में जुलाई 23 तारीख भी दर्ज है लेकिन यह तारीख पूरे भारत वर्ष के लिए गौरव की तारीख है. इस दिन धरा में एक ऐ
Watch Now
|
Posted on: 5/30/2019 10:31:20 AM, by admin
हिन्दी पत्रकारिता दिवस : कहां से चले थे, कहां पहुंचे? मनोज कुमार अपने इतिहास का स्मरण करना भला-भला सा लगता है. और बात जब हिन्दी पत्रकारिता की हो तो वह रोमांच से भर देता है. वह दिन और वह परिस
Watch Now
|
Posted on: 2/11/2019 9:10:50 AM, by admin
भारत भवन : साल दर साल क्षरित होता वैभव मनोज कुमार 13 फरवरी 1982 से लेकर इस तेरह फरवरी 2018 के इस सफर में भारत भवन ने अपना स्वर्णकाल देखा और अपने पतन का काल भी. इस समय '36’ का आंकड़ा हो गया है
Watch Now
|